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MPPSC Self Study or Coaching : तैयारी के लिए क्या सही है ?
अधिकारी बनने का सपना सच करने के लिए हर साल हज़ारो उम्मीदवार MPPSC की प्रतिष्ठित राज्य सेवा परीक्षा में शामिल होते है , लेकिन कई उम्मदवारो के मन में शुरुवात में एक प्रश्न बार बार आता है की ” MPPSC Self Study or Coaching ” तैयारी के लिए क्या सही है ? खास तौर से उन लोगों के मन में यह विचार जरूर आता है जो किसी दूरदराज के एरिया या गांव में रहते है , की हम कोचिंग किये बिना अधिकारी बन सकते है या नहीं ? सेल्फ स्टडी बेस्ट है या कोचिंग स्टडी ?
यहाँ पर हम कोचिंग या सेल्फ स्टडी दोनों की तुलना करेंगे , जानेंगे की MPPSC में सिलेक्शन के लिए क्या स्मार्ट स्ट्रेटेजी अपनायी जाये “MPPSC Self Study or Coaching”
सबसे पहले हम MPPSC परीक्षा पैटर्न पर एक निगाह डालते है यह परीक्षा तीन चरणों में होती है ,
- प्रीलिम्स ( प्रारंभिक परीक्षा ) – ऑब्जेक्टिव टाइप
- मैन्स ( मुख्या परीक्षा ) – डिस्क्रिप्टिव टाइप
- इंटरव्यू ( साक्षात्कार ) – व्यक्तित्व परिक्षण
इन तीन स्टेप्स को पार करने के बाद ही MPPSC में चयन होता है , इन तीन चरणों की तैयारी करने की रणनीति बनाना जरुरी होता है इसलिए प्रश्न यही उठता है की तैयारी कैसे की जाये , यहां हम सेल्फ स्टडी और कोचिंग दोनों के बारे में स्टेप BY स्टेप समझने की कोशिश करेंगे
SELF STUDY
इसका मतलब है बिना कोई कोचिंग या गाइडेंस के पढ़ाई करना , स्टडी मटेरियल , टाइम टेबल बनाना और खुद के द्वारा पढ़ाई का मूल्याङ्कन करना शामिल है
सेल्फ स्टडी के फायदे
- खर्चा कम –
क्युकी कोई फीस वगैरह नहीं देना पड़ता और न ही पढ़ाई के लिए घर से बाहर जाना पड़ता ,
- टाइम कण्ट्रोल –
आपके हाथो में क्युकी सेल्फ स्टडी में कब क्या पढ़ना, कहाँ से पढ़ना ये सब आप ही तय करते हो ,
- डीप स्टडी
बाहर न जाने से समय की बचत जिससे पढ़ाई के लिए ज्यादा समय मिलता है आप बार बार रिविज़न कर सकते हो
सेल्फ स्टडी में चुनौतियां
- गाइडेंस की कमी –
ऐसा हो सकता है की सही दिशा न मिल पाए और हम पढ़ाई में गलती कर बैठे
- डाउट बने रहना –
मार्गदर्शन न मिल पाने से डाउट क्लियर नहीं हो पते इसलिए हमेशा अंदरूनी कमी महसूस होती रहती रही
- मोटिवेशन की कमी
पढ़ाई का माहौल न मिल पाने से बोरियत होने लगती है और कुछ समय बाद पढ़ाई से मन हटने लगता है ,अकेले रहने से आत्मविश्वास भी कम होने लगताहै
कोचिंग STUDY
“MPPSC Self Study or Coaching” में अब हम कोचिंग के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे , कोचिंग संस्थान एक योजना बद्ध तरीके से पढ़ाई करवाते है , मॉक टेस्ट , टेस्ट सीरीज , एक्सपर्ट गाइडेंस और सलाह देते है ,
कोचिंग स्टडी के फायदे
- सही दिशा –
क्या और कैसे पढ़ना है इसके बारे में पता होता है
- गाइडेंस –
अनुभवी फेकल्टी का मार्गदर्शन मिलता है , समय समय पर पूर्व चयनित कैंडिडेट भी एक्सपीरियंस शेयर करते है
- स्टडी मटेरियल –
टेस्ट सीरीज और स्टडी मटेरियल यानि की पढ़ाई के लिए रेडीमेड मटेरियल मिलता है ,
- मोटिवेशन –
पढ़ाई का माहौल बना रहता है , हर उम्मीदवार सबसे बेस्ट करना चाहता है इससे कम्पटीशन बढ़ता है जिससे मोटिवेशन बना रहता है
कोचिंग जाने में चुनौतियां
- खर्चीला –
फीस स्टडी मटेरियल के पैसे , नोट्स पीडीऍफ़ आती की फोटोकॉपी और प्रिंट
- कॉमन स्टडी मटेरियल –
सभी के लिए एक जैसा सिलेबस रहता है जिससे नए ASPIRENTS को मौका नहीं मिलता
- अधिक प्रतिस्पर्धी
माहौल हो जाने से कभी कभी हीन हीन भावना घर कर जाती है
तुलनात्मक मूल्यांकन
पहलु सेल्फ स्टडी कोचिंग
लागत कम ज्यादा
समय ज्यादा सीमित
गाइडेंस सीमित प्रोफेशनल
डाउट्स सुलझाना मुश्किल आसान
स्टडी मटेरियल सवयं के द्वारा चयनित संसथान द्वारा सिलेक्टेड
“MPPSC Self Study or Coaching” में सेल्फ स्टडी आपके लिए बेहतर विकल्प है कब ?
सेल्फ स्टडी फायदेमंद है
- आपके पास सही स्टडी मटेरियल और रणनीति है
- आप पहले से किसी अन्य उच्च परीक्षा की तैयारी कर रहे है
- आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर है
- अपने डेली रूटीन का कड़ाई से पालन कर सकते है यानि की आपकी इच्छा शक्ति मजबूत है
- आप ऑनलाइन मटेरियल को खोज सकते है जैसे की यूट्यूब , इंस्टाग्राम , पीडीऍफ़ से
“MPPSC Self Study or Coaching” में कोचिंग आपके लिए जरुरी है
कोचिंग आपके लिए फायदेमंद है
- आप फ्रेशर है और पहली बार MPPSC की एग्जाम दे रहे है
- टाइम MANAGMENT नहीं कर पाते है
- पढ़ाई का बेस पहले से कमजोर है
- आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी है
- आप जल्दी सीखना चाहते है
- PEER ग्रुप या मेंटर चाहते है
टेक्नोलॉजी के इस दौर में आप MPPSC की तैयारी “MPPSC Self Study or Coaching” इसका सलूशन हाइब्रिड मॉडल अपनाकर कर सकते हैं ,
स्टडी का हाइब्रिड मॉडल
- यूट्यूब पर ऑनलाइन क्लासेज अटेंड करें
- प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थाओ की ऑनलाइन टेस्ट सीरीज ज्वाइन करें
- ऑनलाइन नोट्स और पीडीऍफ़ की मदद ले
- TELEGRAM के स्टडी ग्रुप्स को फॉलो करें
- सेल्फ आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें
“MPPSC Self Study or Coaching” इस दुविधा से वही निकल सकता है जो अपनी जरुरत , समय , संसाधन , और मनोबल के अनुरूप निर्णय लेता है
यदि आप खुद को अनुशासित रख सकते है , सही मटेरियल और गाइडेंस तलाश कर सकते है, तो सेल्फ स्टडी आपको सफलता दिला सकती है
और यदि आप शुरुवात कर रहे है बहुत सारे डाउट्स है तो कुछ समय के लिए कोचिंग ज्वाइन कर मार्गदर्शन लेना ज्यादा बेहतर होगा .
Most valuable information For mppsc students
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