MPPSC में असफल होने पर क्या करें | क्या हो प्लान – B

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MPPSC में असफल होने पर क्या करें | क्या हो प्लान – B

MPPSC की परीक्षा  में पास होना जीवन में सबसे बड़ा सपना था , जिसे पूरा करने में रात दिन एक कर दिया , लेकिन जब रिजल्ट आया तो ऐसा लगा की सब कुछ ख़त्म , सिलेक्शन ही नहीं हुआ फेल हो गए ,

अब सवाल आता है की क्या करें ? दोबारा कोशिश करें ? या फिर तैयारी छोड़ दें ?  फिर कोई दूसरी नौकरी या काम ढूंढे ?

अगर आप भी इस स्थिति में है तो ये लेख आपके लिए है , यहाँ हम  बात करेंगे –

  • असफलता को कैसे स्वीकार करें ?
  • स्वयं को दोबारा प्रेरित कैसे करें ?
  • तैयारी को कैसे बेहतर बनाएं ?
  • ओवर ऐज (OVER AGE) हो गए है या फिर तैयारी छोड़ना है तो प्लान -B क्या है ?

असफलता को कैसे स्वीकार करें –

(A)   इमोशन को स्वीकार करें –

  • FAIL होने पर दुःख , निराशा , शर्म के साथ साथ बहुत गुस्सा आता है , मन में नकारात्मक विचार आतें है , ये  सामान्य एवं सर्वमान्य भावनाएं है सभी के साथ ऐसा होता है ।
  • खुद को यह कहकर दोष न दें की ‘ मैं नालायक और  बेकार हूँ ‘ ‘ मुझसे नहीं होगा ‘
  • स्वयं को समझाएं और बताएं की ‘ ये अंत नहीं बल्कि सुधार  का मौका है ‘ कुछ कमी थी जिसे दूर करना है , हज़ारों उम्मीदवार असफल होते है , लेकिन उनमे से ही कई अगले साल सेलेक्ट भी हो जातें है ,

(B) इमोशनल नहीं लॉजिकल बनें –

  • रिजल्ट का एनालिसिस करें
  • अपनी परफॉरमेंस को इमोशन से नहीं बल्कि फैक्ट से देखें ,
  • ढूढ़ने की कोशिश करें की कमी कहाँ  रही ?

प्रीलिम्स में कहाँ कमी रही  –  करेंट अफेयर्स कमजोर था या सही उत्तर के अनुमान गलत लगाए


मैन्स में किन प्रश्नो में काम नंबर मिले – क्या शब्द सीमा (word limit) को फॉलो नहीं किया या आंसर का structure  गलत था


इंटरव्यू मैं क्या गलत रहा – कॉन्फिडेंस की कमी थी या तैयारी अधूरी थी


“MPPSC Mains Answer Writing Masterclass:Tips, Powerful Format और Winning Strategy” for 2026

SELF  MOTIVATION – खुद को दोबारा तैयार कैसे करें

(A) असफलता से सीखें –

हर नाकामयाबी आपको कुछ सिखाती है , याद करने की कोशिश कीजिये की कहाँ चूक हुई और अगली बार कहाँ क्या सुधार कर सकते है याद रखे की पहली बार में हर इंसान सफल नहीं होता ।

(B) सफलता की कहानियां पढ़ें –

कई MPPSC TOPPERS रहे है जो कई बार फेल हुए कुछ तो 5-6 प्रयासों में  सफल हो पाए , उनके वीडियो देखें , ब्लॉग पढ़ें , इंटरव्यू देखें , आपको पता चलेगा की आप अकेले नहीं है जो असफल हुए है ।

(C) माहौल को बदलें – 

पढ़ाई के समय को बदलें , फिर से टाइम टेबल बनाएं , एक काम और करें अपने स्टडी टेबल को नया लुक दें ,यदि जरुरी लगे तो अपना फ्रेंड सर्किल बदलने में भी देर न करें ।

(D) सपोर्ट सिस्टम बनायें  –

अपने मित्रों से , पेरेंट्स से , या अपने मेंटर ( गुरु ) से सलाह लें , गलतियों और कमियों को छुपाएं नहीं , यदि हो सके तो ग्रुप स्टडी करें ताकि आप समय समय पर अपना मूल्यांकन करते रहे , अकेले न रहे क्योकि इससे निराशा बढ़ती है ।

(E) स्मार्ट स्टडी करें  –

फ्रेश टाइम टेबल बनाएं , हर असफलता हमें सिखाती है की हमें SAME  WAY में  नहीं बल्कि SMART WAY में काम करना होगा , जिन विषयों पर पकड़ कमजोर है उन्हें डेली के स्टडी प्लान में शामिल करें .

 

what is social media impact on study ? ” 9 तरीके पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया से ध्यान भटकाने को कैसे सीमित करें ?”

MPPSC में फेल होने के बाद , तैयारी कैसे करें

(A) सिलेबस और PYQ पर फोकस करें –

सिलेबस और पिछले वर्षों के पेपर दोनों ही आपकी  तैयारी के आधारभूत स्तम्भ होने चाहिए , पिछले वर्षों के पेपर में पूछे गए प्रश्नो को  सिलेबस के हर टॉपिक से  जोड़कर देखें की कितनी बार और किस परिप्रेक्ष्य में पूछे गयें है।

(B) न्यू एप्रोच टू करेंट अफेयर्स –

समसामयिकी को पढ़ने की एप्रोच बदलें , न्यूज़ पेपर को गहराई से पढ़ें , मंथली मैगज़ीन के बजाये डेली न्यूज़ के नोट्स बनाएं , मध्य प्रदेश फोकस्ड कंटेंट पर ज्यादा धयान दें ।

(C) रेगुलर मॉक टेस्ट –

रेगुलर मॉक टेस्ट की प्रेक्टिस पर ज्यादा फोकस करें , इससे एग्जाम हॉल में होने वाला तनाव कम करने या मैनेज करने का अभ्यास होता है , हर टेस्ट के बाद रिव्यु करें सवाल सही कैसे हुए , अगर  सवाल गलत हुए तो उसकी क्या वजह हुई ।

MPPSC  नहीं देना चाहते तो क्या हो PLAN-B

उच्च अध्ययन या स्पेशलाइजेशन –

मास्टर्स डिग्री लें या फिर प्रोफेशनल कर सकतें  है जैसे –

M.A. – PUBLIC ADMINISTRATION( लोक प्रशासन )

M.A.-POLITICAL SCIENSE ( राजनीति विज्ञान)

M.J.-MASTER OF JOURNALISM( पत्रकारिता )

M.S.W.-(MASTER OF SOCIAL WORK( समाजकार्य )

M.B.A.-(MASTER OF BUSINESS  ADMINISTRATION ) पब्लिक पालिसी / रूरल मैनेजमेंट

टीचिंग और ऐकडेमिक एरियाज

MPPSC की तैयारी के दौरान आपने जो अध्ययन किया है वही आपका  टीचिंग फील्ड में करियर बनाने में मददगार हो सकते है , इसके लिए आप कुछ कोर्स भी कर सकते है जैसे –

B.ed – बैचलर ऑफ़ एजुकेशन

M.ed.- मास्टर ऑफ़ एजुकेशन

D.ed- डिप्लोमा इन एजुकेशन

इन कोर्स करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट स्कूलों  में टीचर की नौकरी प्राप्त  कर सकते है

इसके अलावा ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफॉर्म जैसे UNACADEMY , यूट्यूब पर भी पढ़ा सकतें है , बहुत सारे ऑफलाइन कोचिंग इंस्टीटूशन्स भी आपको पढ़ाने का अवसर दे सकते है ,

फ्रीलांसिंग और डिजिटल कॅरियर्स

(1)यदि आपको लिखने की कला आ गयी है तो फ्रीलांसर कंटेंट राइटर बन सकते है , आप करेंट अफेयर्स और एजुकेशनल कंटेंट लिख सकते है ,

(2)ब्लॉगर बनकर MPPSC की तैयारी के लिए आर्टिकल लिखकर मार्गदर्शन दे सकतें है

(3) यूट्यूब चैनल शुरू करके सिविल सर्विसेज की तैयारी के सम्बन्ध में टिप्स दे सकते है

(4) NGO और फील्ड वर्क से जुड़ सकतें है , कई एन जी ओ गवेर्नमेंट प्रोजेक्ट्स में एस्पिरेंट्स को इंटर्न्स या प्रोजेक्ट फेलो के रूप  में आमंत्रित करते है ।

आशा है हमारी इस पोस्ट से आपको मदद मिली होगी , यदि आपका कोई दोस्त इस दुविधा में है की अब MPPSC के बाद क्या करें या अपनी तैयारी और अधिक अच्छे से करना चाहता है तो आप इस पोस्ट को अवश्य शेयर करें , MPPSC से जुडी जानकारी के लिए आप मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर विजिट का सकते है जो हैhttp://Mppsc.mp.gov.in

MPPSC के लिए बेस्ट किताबें | Cmplete Booklist For MPPSC In Hindi 2025

 

 

 

 

Diffrence in MPPSC Prelims and Mains

Diffrence in MPPSC Prelims and Mains

 MPPSC Prelims and Mains के बीच क्या अंतर है ?

Diffrence in MPPSC Prelims and Mains जब पहली बार ये शब्द किसी  ऐसे  विद्यार्थी  को सुनाई  देता है जो नया है और civil service एग्जाम के बारे में नहीं जानता तो उसके मन मैं इसके बारे में प्रश्न जरूर  उठता है की MPPSC Prelims and Mains  एग्जाम में क्या अंतर है ?

उदाहरण  देकर अगर इस सवाल  का जवाब दिया जाये तो यह अंतर उस प्रकार ही होता है जैसे की क्रिकेट के खेल में T20 और टेस्ट मैच में होता है , यह की दोनों खेल क्रिकेट ही है लेकिन खेलने का तरीका , स्कोरिंग , रणनीति अलग अलग होती है , दोनों  खेल  योजना बनाकर खेले जाते है , ठीक उसी प्रकार MPPSC Prelims and Mains में भी कुछ ऐसा ही होता है ,

MPPSC EXAM  प्लान 

(1) PRE(SCREENING TEST EXAM) प्रारम्भिक परीक्षा 

(2)MAINS(WRITTEN EXAM) मुख्य परीक्षा

(3)INTERVIEW(PERSONALITY TEST) साक्षात्कार

इस  पोस्ट में हम PRE  और MAINS की गहराई से तुलना करेंगे और जानेंगे की Diffrence in MPPSC Prelims and MAINS

MPPSC प्रीलिम्स एग्जाम  क्या है ?

MPPSC एग्जाम का  पहला  चरण प्रीलिम्स एग्जाम होता है , यह एक स्क्रीनिंग परीक्षा होती है जिसका मकसद छटनी करना होता है , इसके माध्यम से मुख्य  परीक्षा  लिए योग्य उम्मदवारो का चयन किया जाता है , प्रीलिम्स एग्जाम ऑब्जेक्टिव टाइप की होती है  इसमें  नेगेटिव मार्किंग नहीं  होती है ,

प्रीलिम्स एग्जाम स्ट्रक्चर

पेपर – 1 सामान्य अध्ययन – 100 प्रश्न 200 अंक( समय  2 घंटे )

पेपर  – 2 सामान्य अभिरूचि परिक्षण – 100 प्रश्न 200 अंक ( समय  2 घंटे )

इसमें पेपर- 2 जिसे CSAT भी  कहते है केवल क्वालीफाइंग होता है जिसमे केवल न्यूनतम नंबर प्राप्त करना होता है , यहाँ यह बात ध्यान देने योग्य है की प्रीलिम्स एग्जाम  के नंबर परीक्षा की अन्तिम चयन सूची मे नही जुड़ते , यानि की मेरिट लिस्ट बनाते समय प्रीलिम्स के नंबर नहीं जोड़े जाते है ,

MPPSC मेंस  एग्जाम  क्या है ?

MPPSC  की दूसर चरण की परीक्षा होती है जो लिखित रूप में यानि की डिस्क्रिप्टिव होती है , इस परीक्ष में प्रश्नो के उत्तर  विस्तृत रूप में लिखना होता है यह महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इस परीक्षा के नंबर ही निर्धारित करते  है की आप का चयन होगा की नहीं , मुख्य परीक्षा के  अंकों  को इंटरव्यू के  अंकों  के  साथ जोड़कर अंतिम चयन सूचि बनाई जाती है , मुख्य परीक्षा उम्मीदवार के ज्ञान के साथ साथ सोचने समझने की , तर्क करने की और उत्तर लेखन या प्रस्तुतीकरण की कला की जांच करने का  माध्यम होती है  

मुख्य परीक्षा में 6 पेपर होते है

पेपर – 1 सामान्य अध्ययन

पेपर – 2 सामान्य अध्ययन

पेपर – 3 सामान्य अध्ययन

पेपर – 4  सामान्य अध्ययन

पेपर – 5 हिंदी भाषा

पेपर – निबंध लेखन

उम्मीदवार जो इस परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर अधिकारी बनना चाहता है अगर वह केवल PRELIMS की पढ़ाई करता रहे यह सोचकर की प्रीलिम्स में पास होने के बाद MAINS एग्जाम की तैयारी शुरू करेगा तो वह बहुत  बड़ी गलती कर रहा है  क्यूंकि मुख्य परीक्षा का सिलेबस बहुत विस्तृत होता है जिसको कम्पलीट करने में समय लगता है और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस कर उत्तर लेखन की कला भी सीखनी जरुरी होता है , इस परीक्षा में प्रेजेंटेशन और स्ट्रक्चर मायने रखता है ,

 

प्रीलिम्स और मेंस दोनों की तैयारी अलग अलग कैसे करें


PRELIMS  

  • डेली करेंट अफेयर्स  पढ़े
  • मध्य प्रदेश लोकल GK की तैयारी भी करते रहे
  • NCERT किताबें साथ ही लुसेंट भी गहराई से पढ़े
  • ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नो का अभ्यास करते रहे इसमें पूर्व वर्षों के क्वेश्चन पेपर भी शामिल करें ,
  • टेस्ट सीरीज की प्रेक्टिस करें
  • फैक्ट बेस्ड स्टडी पर फोकस करें

इन सबसे ज्यादा टाइम MANAGMENT और रिवीज़न पर भी ध्यान दें ,


MAINS 

  • प्रतिदिन आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें
  • अपने आंसर में उदाहरण दें , जो समकालीन हो
  • उत्तर में तथ्य और रिपोर्ट का उल्लेख करें
  • उत्तर उदाहरणों से समृद्ध हो
  • CONCEPT क्लेरिटी पर ध्यान दें 
  • नीतिशास्त्र और निबंध लेखन को भी समसामयिक उदारणो से समझाएं

अगर आप अभी शुरुवाती दौर में है  तो NCERT बुक्स से अपना बेस  मजबूत करें चाहे प्रीलिम्स हो या फिर मेंस दोनों के लिए NCERT पढ़ना जरुरी  है ,

MPPSC में कौन कौन से पद मिलते है ? POST IN MPPSC 2026

दोनों एग्जाम में बैलेंस कैसे बनाएं

MPPSC एग्जाम के दोनों चरणों का अपना महत्त्व है , अगर आपको अधिकारी बनना है तो प्रीलिम्स और मेंस  रूपी दरवाजे से गुजरना ही पड़ेगा , मेंस एग्जाम की तैयारी प्रीलिम्स के भी पहले शुरू करना होता है , कई चयनित उम्मीदवारों ने अपने इंटरव्यू में  बताया  है की उन्होंने  प्रीलिम्स से पहले मेंस की तैयारी की थी यही नहीं प्रीलिम्स से पहले ही आंसर राइटिंग स्किल भी सीख ली थी ,

इसलिए अगर आप प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते है तो जरुरत  है सही प्लानिंग की और उसके क्रियान्वन की , इसलिए  शुरू से ही बैलेंस रखते हुए पढ़ाई करें , डरने की नहीं समझदारी से तैयारी करने की जरुरत है ,

MPPSC Exam : Complete Information

FAQ     

(1) क्या प्रीलिम्स के नंबर मेरिट लिस्ट में जुड़ते हैं ?

उत्तर – मेरिट लिस्ट मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के नंबर जोड़कर बनाई जाती हैं ।

(2) क्या एक बार पास होने पर दोबारा प्रीलिम्स नहीं देना होता ?

उत्तर – सिलेक्शन नहीं हुआ तो हर बार मेंस से पहले प्रीलिम्स एग्जाम देना होता हैं ।

(3) क्या प्रीलिम्स इंग्लिश में और मेंस एग्जाम हिंदी में दी जा सकती हैं ?

उत्तर – प्रीलिम्स एग्जाम का पेपर ऑब्जेक्टिव टाइप होता हैं और दोनों भाषा हिंदी और इंग्लिश में छापा होता हैं जिसमे केवल सही आंसर के लिए गोले को भरना  होता हैं वही मेंस के लिए आप किसी भी भाषा का चयन कर सकते हैं ।

अगर   आप MPPSC  एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो हमारी सलाह हैं की आप प्रीलिम्स और मेंस दोनों को दो परीक्षा समझे हांलाकि दोनों का लक्ष्य एक ही हैं दोनों का लक्ष्य प्रशासनिक अधिकारी बनाना हैं लेकिन पैटर्न अलग अलग हैं , इस सफर में हर दिन एक सीढ़ी की तरह हैं जो शुरुवात में छोटा लगता हैं लेकिन परिणाम बड़ा देता हैं ,

“MPPSC Exam : Complete Information, Eligibility, Syllabus and टिप्स 2025-2026”

MAIN  DIFFRENCE IN MPPSC PRELIMS AND MAINS

परीक्षा का प्रकार 

प्रीलिम्स – ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQ)

उद्देश्य – स्क्रीनिंग करना या छटनी करना
पेपर  – सामान्य अध्ययन +अभिरुचि परिक्षण (CSAT)
उत्तरशैली –  टिकमार्क
समय  – 4 घंटे ( पेपर -1, समय 2 घंटा , पेपर -2 , समय 2 घंटा )
अंक – क्वालीफाइंग
सिलेबस – FACTUAL , जनरल फोकस्ड


मैन्स – लिखित (DESCRIPTIVE)

उद्देश्य – मेरिट लिस्ट बनाना

पेपर  – 6 पेपर ( सामान्य अध्ययन , हिंदी , निबंध )

उत्तरशैली – स्ट्रक्चर्ड

समय – 9 पेपर (3 घंटे , 2 घंटे )

सिलेबस – विषय आधारित

आशा हैं की इस पोस्ट के माध्यम से आप Diffrence in MPPSC Prelims and Mains समझ चुके होंगे , अपने  दोस्तों के साथ इस इस पोस्ट को शेयर करें और कमेंट कर बताएं  की आप कौन से अधिकारी बनने का सपना देख रहे हैं । इस विषय पर और ज्यादा जानकारी चाहिए तो विजिट करें हमारी पोस्ट https://mppscexam.com/mppsc-अगर  मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग की वेबसाइट विजिट करना चाहते है तो लिंक है https://mppsc.mp.gov.in

 

 

what is social media impact on study ? ” 9 तरीके पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया से ध्यान भटकाने को कैसे सीमित करें ?”

social media impact on study

what is social media impact on study ? पढ़ाई पर फोकस कैसे करें ?

आजकल मोबाइल और सोशल मीडिया हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके है , हमारे घंटों का समय इन पर व्यतीत हो रहा है , समय बर्बाद हो रहा है , खासतौर  से जब  कोई प्रतियोगी परीक्षा की  तैयारी कर रहा  हो तब तो सोशल मीडिया डिस्ट्रक्शंस से पढ़ाई में फोकस बनाये रखना एक चुनौती बन गया है ,

मोबाइल और सोशल मीडिया पढ़ाई में क्यों है बाधा ?

हर बार जब whatsapp , instagram , telegram या फेसबुक पर कोई नोटिफिकेशन आता है तो एकाग्रता टूट जाती है और ध्यान भटक जाता है यह छोटा सा व्यवधान हमारे दिमाग की फोकस बिल्डिंग प्रक्रिया को तोड़ देता है , एक रिसर्च के एक बार ध्यान भांग होने के बाद दोबारा उसी स्तर पर  लौटने   में 20 – 25  मिनट का समय लगता है ,

डोपामाइन एडिक्शन – रील्स और शॉर्ट्स

जब हम यूट्यूब या इंस्टाग्राम पर स्क्रॉल करते है तब हमारे दिमाग या मस्तिष्क में एक हार्मोन निकलता है जिसे डोपामाइन (DOPAMINE) कहते है , इससे दिमाग में ख़ुशी महसूस होती है , जब हमारा दिमाग इसका एडिक्ट हो जाता है तो फिर हमें बार बार सोशल मीडिया की और आकर्षित करता है ,

समय  का गुम हो जाना  – ” बस 5 मिनट और “

social media impact on study में हम देखते है की 5 मिनट का यह समय कब घंटो में बदल जाता  पता ही नहीं चलता , 1 – 2 घंटे का समय ख़राब होना मामूली बात हो जाती है , यदि हम किसी स्क्रीन टाइम ट्रैकर का इस्तेमाल  करे तो पता चलता है की हफ्ते भर में हमारे 25 – 30 घंटे तो सिर्फ फ़ोन की स्क्रीन स्क्रॉल करने में ही निकल जाते है ,

स्टडी में फोकस बढ़ाने के लिए टिप्स

(1) मोबाइल फ्री स्टडी एनवायरनमेंट बनाये – पढ़ाई करते समय मोबाइल को कमरे के बाहर  रख दे या किसी फॅमिली मेंबर को दें दें । यदि डिजिटल मटेरियल ही देखना है तो AIRPLANE MODE आन करके इस्तेमाल करें , ज्यादा जरुरी हो तो स्मार्टफोन की जगह कीपैड फ़ोन का इस्तेमाल करें ,

(2) सोशल मीडिया डेटॉक्स (DETOX) अपनाएं – सोशल मीडिया बहुत बड़ा टाइम किलर है , शुरुवात में सोशल मीडिया डेटॉक्स लेने से आपको एक संतुलित मानसिक स्थिति बनाने में मदद मिलेगी अब प्रश्न आता  है की इसे कैसे करें , ध्यान दें

  • एक हफ्ते के लिए मोबाइल से सभी APPS  अनइंस्टाल कर दे ,
  • परिचित लोगों को पहले ही सूचित कर दे की आप क्या कर रहे है ,
  • डिजिटल वेल्बीइंग (DIGITAL WELBEING) में डेली यूसेज टाइम को 10 – 15 मिनट तक सेट कर दें
  • रील्स और शॉर्ट्स देखने  की आदत को धीरे धीरे INFORMATIVE वीडियोस से रिप्लेस  करें 
(3) POMODORO तकनीक ( 25 – 5 )

social media impact on स्टडी में देखेंगे की इस तकनीक में ,

  • 25 मिनट तक नॉनस्टॉप अध्ययन ( बिना रुके )
  • 5 मिनट का ब्रेक लेना है ( वाक , स्ट्रेच , ड्रिंकवाटर )
  • 4 POMODORO  के बाद 15 मिनट का ब्रेक ले
  • फोकस करें TO DO लिस्ट पर पोमोडोरो टाइमर ऍप का इस्तेमाल करें ,
(4) डेली TO  DO  लिस्ट और वीकली गोल्स बनाएं
  • प्रतिदिन सुबह के समय अपनी पड़े का दिनभर का रोडमैप बनाएं और लक्ष्य निर्धारित करें
  • इम्पोर्टेन्ट , अर्जेन्ट और रूटीन टास्क को अलग अलग रंग में लिख लें
(5) संगीत  का उपयोग करें

कुछ फ्रीक्वेंसी जैसे की अल्फा वेब और इंस्ट्रुमेंटल म्यूजिक से दिमाग शांत होता है इससे एकाग्रता बढ़ती है ।

(6) डेली रूटीन में ऑफलाइन एक्टिविटीज शामिल करें 

स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से थकान और स्ट्रेस होने लगता है , इसलिए ऑफलाइन hobbies मन को स्वस्थ रखते है और ऊर्जा का संचार कर उत्साह बढ़ाते है , इसलिए habbies  को डेवलप करे , जैसे की पेड़ पोधो की देखभाल करें , पेंटिंग , योग या फिर घूमने जाएं

(7) APP  BLOCKER और स्क्रीन टाइम मॉनिटर का उपयोग करें 
  • फारेस्ट APP – इसमें एक पेड़ प्लांट होता है जो पढ़ाई करते समय बढ़ता रहता और जैसे ऍप को स्विच करते है पेड़ मर जाता है
  • डिजिटल DETOX – समय निर्धारित करें की कितने समय ऍप बंद रहेंगे
  • रेस्क्यू टाइम  –  यह पूरे दिन आपकी  गतिविधियों को ट्रैक करता रहता है 
  • अपने मोबाइल की होम स्क्रीन को ब्लैक एंड वाइट रखें जिससे फ़ोन काम अट्रैक्टिव लगता है
(8) मैडिटेशन करें 

मैडिटेशन करने में AMYGDALA ( भावनाओ  को कण्ट्रोल करने वाला दिमाग का हिस्सा ) श्रिंक होता है और PERFORMENTAL CORTEX ( निर्णय लेने की क्षमता और एकाग्रता बढ़ती है ,

(9) स्माल रिवॉर्ड सिस्टम बनाएं

दिमाग को प्रेरणा या मोटिवेशन चाहिए जब आप कोई भी काम या लक्ष्य निर्धारित कर पूरा करते है तो रिवॉर्ड देने से दिमाग में डोपामाइन रिलीज़ होता है जो दिमाग को दोबारा प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है , रिवॉर्ड दे जैसे की 2 घंटे की पढ़ाई के बाद 15 मिनट फेवरेट YOU TUBE  वीडियो .

पढ़ाई में फोकस बढ़ाना एक बहुत ही मेहनत का काम है , लेकिन रोज रोज अभ्यास करें आपका मन और चित्त स्थिर होने लगेगा शुरुवात में मुश्किल होगा लेकिन धीरे धीरे आदत हो जाएगी और आप किसी भी विषय को एकाग्रचित्त होकर तैयार कर पाएंगे ,

MPPSC  से जुडी हर जानकारी और स्टडी से रिलेटेड जानकारी के लिए विजिट करें https://mppscexam.com

मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग की अधिकृत वेबसाइट है https://mppsc.mp.gov.in/

 

 

 

“MPPSC Mains Answer Writing Masterclass:Tips, Powerful Format और Winning Strategy” for 2026

MPPSC Mains Answer Writing Tips in Hindi For 2026

MPPSC Mains Answer Writing Masterclass:Tips Powerful Format

MPPSC  में चयन PRE  एग्जाम के लिए केवल फैक्ट्स  याद करने पर नहीं बल्कि MPPSC Mains Answer Writing Tips In Hindi , Powerful Format और Winning स्ट्रेटेजी पर निर्भर करता है , यदि आप MAINS  एग्जाम के लिए आंसर राइटिंग की कला सीख गए तो आपको अधिकारी बनाने से कोई नहीं रोक सकता ,बहुत से उम्मदवारो के पास अच्छा स्टडी मटेरियल होता है , बेस्ट कंटेंट्स होता है लेकिन मेंस एग्जाम के लिए राइटिंग प्रैक्टिस न होने , सही स्ट्रक्चर और एक्सप्रेशंस की कमी आगे बढ़ने से रोक देती है , इस पोस्ट में हम बताएँगे की –

  • MPPSC Mains Answer Writing Tips in Hindi

  • उत्तर लेखन कला को कैसे सुधारें

  • आंसर राइटिंग में होने वाली गलतियां और उनका सुधार

  • TOPPERS  की  STRATEGY

MPPSC  MAINS एग्जाम के लिए आंसर राइटिंग का सही फॉर्मेट क्या  है ?

MPPSC का मेंस एग्जाम डिस्क्रिप्टिव पैटर्न का होता है जिसका उद्देश्य उम्मीदवार की विश्लेषणात्मक क्षमता , स्ट्रक्चर , उत्तर की प्रस्तुति ( आंसर प्रेजेंटेशन ) , स्पष्टता आदि गुणों को की जाँच करना होता है ,

आदर्श आंसर फॉर्मेट – 

(1) इंट्रोडक्शन ( 2 – 3 लाइन )

परिभाषा , घटना  या किसी परिप्रेक्ष्य से लिखना शुरू करें , या सीधे प्रश्न से जुडी शुरुवात करें

(2) बॉडी ( शब्द उत्तर सीमा अनुसार )

मेन पॉइंट्स को सब हैडिंग या BULLET पॉइंट्स में बाटें , आर्ग्यूमेंट्स और उदहारण दे , 

(3) कन्क्लूज़न ( 2 – 3 लाइन )

उत्तर का सारांश देते हुए सुझाव दे या गुण दोष बताते हुए प्रश्नानुसार समापन करें ,

⇒     TIPS FOR MPPSC FIRST ATTEMPT  SUCCESS

answer writing
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MPPSC Exam : Complete Information

राइटिंग प्रैक्टिस कैसे करें STEP-BY-STEP

  •   प्रतिदिन  उत्तर लिखने का अभ्यास करें , इसके लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र देखें
  • MPPSC Mains Answer Writing Masterclass:Tips, Powerful Format और Winning स्ट्रेटेजी के लिए प्रश्नो को समय सीमा में निर्धारित शब्दों में लिखने का प्रयास  करें
  • स्वयं मूल्याङ्कन करें और उसमे स्ट्रक्चर , स्पष्टता , और किसी प्रकार की ग्रामेटिकल मिस्टेक यदि हो तो ढूंढ़ने का प्रयास करें
  • मॉडल ANSWERS  से तुलना करें , यानि की पिछले वर्षो के साल्व्ड पेपर्स में दिए गए उत्तर से अपना उत्तर मिलाएं , और तुलना करें 
  • अंत में ऊपर दिए गए सभी बिन्दुओ को ध्यान में रखते हुए उत्तर को REWRITE करें , उत्तर में बहुत सुधार आता है
  • MPPSC Mains Answer Writing Tips In Hindi

   आंसर राइटिंग में होने वाली गलतियां  

  1.  DRAFTING  न करना  और बिना स्ट्रक्चर के लिखना 
  2. बहुत लम्बा या बहुत है छोटा उत्तर लिखना 
  3. एक ही बिंदु , या तथ्य को तोड़ मरोड़कर लिखना
  4. उदहारण न देना
  5. बहुत ही  ज्यादा क्लिष्ट शब्दों का प्रयोग करना
  6. उत्तर के अंत में कन्क्लूसन न लिखना

   आंसर राइटिंग कैसे सुधारें

  1. I-B-C ( INTRO-BODY-CONCLUSION ) पैटर्न अपनाएं
  2. समय सीमा का ध्यान रखें
  3. आंसर में स्थानीय या मध्य  प्रदेश से जुड़े उदाहरण देने का प्रयास करें
  4. आंसर में डायग्राम , फ्लोचार्ट , बुलेट पॉइंट्स का प्रयोग करें
  5. प्रश्न की प्रकृति के अनुसार आंसर की पॉजिटिव या नेगेटिव एंडिंग करें

आंसर राइटिंग स्किल को बेहतर बनाने के टिप्स

  1. एक प्रश्न को उत्तर रोज लिखने से शुरुवात करें
  2. निबंध लेखन का भी अभ्यास करते रहे
  3. जो याद किया है उसे बेहतर और यूनिक तरीके से लिखने की कोशिश करें
  4. मॉकटेस्ट दे , अनुभवी फैकल्टी से मुख्यांकन कराएं

आंसर राइटिंग में भाषा सबंधित टिप्स

  • भरी भरकम शब्दों से बचें
  • भाष स्पष्ट सरल और औपचारिक हो
  • छोटे छोटे पेराग्राफ में लिखें
  • व्याकरण से सम्बंधित गंभीर त्रुटियां न हो
  • हेडवरिटिंग साफ और स्पष्ट हो
  • कॉपी में अनुक्रम का पालन करें यानि की सीरियल से लिखें
  • कॉपी में ज्यादा काटछांट न हो ।

 ⇒   MPPSC & UPSC में क्या अंतर है ? Discover Similarites and Diffrences : Best Solution 2025-2026

FAQ

(1) क्या मेंस एग्जाम के लिए राइटिंग प्रैक्टिस जरुरी है ?

ANS – हाँ बिना अभ्यास के आप टाइम मॅनॅग्मेंट और स्ट्रक्चर ड्राफ्टिंग नहीं सीख पाएंगे ।

(2) रोज कितने आंसर लिखना चाहिए ?

ANS- शुरुवात में 1-2 आंसर लिखें और बाद में 4-5 आंसर डेली लिखे ।

(3) क्या खुद से आंसर बनाएं , या बने बनाये आंसर लिखें ?

ANS-खुद से बने आंसर यूनिक होते है जो ज्यादा बेहतर होते है ।

(4) क्या इंग्लिश मध्यम वालो को ज्यादा लाभ मिलता है ?

ANS- MPPSC  माईनस एग्जाम में भाषा नहीं कंटेंट मायने  रखता है ।

(5) क्या कोचिंग के मॉडल आंसर लिख सकते है ?

ANS- कोचिंग के मॉडल आंसर केवल रेफ़्रेन्स के लिए होते है ।

(6) क्या वर्ड लिमिट फॉलो करना जरुरी है ?

ANS- हाँ, एग्जामिनर समय के अनुसार कॉपी चेक करता है ।

(7) निबंध  की तैयारी कैसे करें ?

ANS- हफ्ते में एक निबंध लिखने की  प्रैक्टिस जरूर करें ।

आशा है की हमारी यह पोस्ट MPPSC Mains Answer Writing Tips In Hindi आपको पसंद आई होगी , MPPSC के बारे में हम इस तरह की ज्ञानवर्धक पोस्ट आपके लिए लिखते रहेंगे , MPPSC  के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप विजिट  करें  अधिकृत वेबसाइट https://mppsc.mp.gov.in

 

 

 

 

 

 

 

MPPSC Exam Eligibility And Age limit | | परीक्षा की आयु सीमा, शारीरिक मापदंड

MPPSC Exam Eligibility And Age Limit

MPPSC Exam Eligibility And Age Criteria | परीक्षा की आयु सीमा, शारीरिक मापदंड

मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग(MPPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली राज्य सेवा परीक्षा में आप शामिल होना चाहते है तो आपको  MPPSC Exam Eligibility And Age Limit आयुसीमा और योग्यता के बारे  में , शारीरिक मापदंड के बारे में जानकारी होना जरुरी है , इस लेख के माध्यम से इस सम्बन्ध में जानकारी देने का प्रयास हमने किया है ,

इस सम्बन्ध में हम जानेंगे की

  • MPPSC  में GEN/OBC/SC/ST केटेगरी के लिए आयुसीमा

  • न्यूमतम शैक्षणिक योग्यता

  • आयु में छूट के नियम

  • प्रयासों की संख्या

  • जरुरी दस्तावेज और प्रमाण पत्र

  • शारीरिक योग्यता मानदंड

MPPSC  क्या है एक संक्षिप्त परिचय

मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग यानि की MPPSC राज्य की प्रशासनिक  सेवाओं के विविध पदों पर SDM , DSP , RTO , NAYAB TEHSILDAR जैसे और भी अनेक अधिकारीयों की भर्ती करने के लिए परीक्षा का आयोजन करता है , यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है ,

(1) प्रीलिम्स (PRE )

(2) मेंस (MAINS )

(3) इंटरव्यू (INTERVIEW )

MPPSC  के लिए आयु सीमा

(MPPSC Exam Eligibility And Age Limit)

न्यूनतम आयु सीमा –  21 वर्ष  ( सभी  उम्मीदवारों के लिए )

अधिकतम आयु सीमा – MPPSC में दो तरह की अधिकतम आयु सीमा होती है

जनरल कैटेगरी    –  40 वर्ष

SC/ST/OBC       –  45  वर्ष

PWD कैटेगेरी     – 45 वर्ष

सरकारी कर्मचारी – 45 वर्ष

आयुसीमा में छूट के नियम

(MPPSC Exam Eligibility And Age Limit)

आरक्षित  वर्ग के उम्मीदवारों को आयु सीमा में अतिरिक्त छूट  दी जाती है जैसे

  • मध्य प्रदेश की मूल निवासी महिलाओं को          –    5 साल
  • शारीरिक विकलांग                                        –    5 साल
  • शासकीय कर्मचारी                                        –    5 साल

प्रोत्साहन स्वरुप दी जाने वाली ये सभी छूटें मध्य प्रदेश के मूल निवासियों को ही दी जाती है ,

⇒      MPPSC में कौन कौन से पद मिलते है ? POST IN MPPSC 2026

MPPSC  एग्जाम के लिए  योग्यता

MPPSC एग्जाम में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्याप्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना जरुरी है , शैक्षणिक योग्यता के मुख्या बिंदु इस         प्रकार है ;

  • किसी भी विषय में स्नातक उत्तीर्ण हो
  • अंतिम वर्ष की परोक्ष में शामिल हो रहे उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते है
  • डिस्टेंस एवं निजी विश्वविद्यालयों की डिग्री भी मान्य है बशर्ते वह AICTE  से मान्यता प्राप्त हो
  • DSP , DISTRICT COMMANDENT HOMEGUARD जैसे वर्दीधारी पदों के लिए शारीरिक योग्यता मापदंड भी निर्धारित है

प्रयासों  की  संख्या

( NUMBER OF ATTEMPTS )

MPPSC Exam Eligibility And Age Limit

इस MPPSC  एग्जाम के लिए प्रयासों की संख्या निश्चित नहीं है जब  तक अभ्यर्थी अपनी अधिकतम आयु सीमा  को पूरी नहीं कर लेता तब तक वह इस             परीक्षा में शामिल हो सकता है , इसका मतलब है की इसमें एटेम्पट नहीं ऐज लिमिट काउंट होती है ,

जरुरी दस्तावेज और प्रमाण पत्र

MPPSC परीक्षा का आवेदन ऑनलाइन ही भरा जाता है इसमें फॉर्म भरते समय जरुरी दस्तावेज की लिस्ट नीचे दी गई है

  • 10 वीं , 12 वीं की मार्कशीट
  • स्नातक की मार्कशीट
  • जाति प्रमाण पत्र OBC/SC/ST केटेगरी के लिए
  • मूल निवासी प्रमाण पत्र (MP के निवासी के लिए )
  • विकलांगता प्रमाण पत्र ( यदि लागू  हो )
  • सरकारी कर्मचारी के लिए अनुमति प्रमाण पत्र ( यदि लागू हो )

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा मध्य प्रदेश के मूल निवासियों को प्रोत्साहन स्वरुप कई छूट दी जाति है और सिलेबस भी इस तरह से बनाया जाता है की         प्रदेश के उम्मीदवार आसानी से सफल हो सकें ।

क्या आप पात्र है MPPSC  एग्जाम में शामिल होने के लिए ?

हाँ बिलकुल यदि आप 21 वर्ष की आयु पूरी कर चुके है |

MPPSC Exam : Complete Information

FAQ

(1) MPPSC  में OBC  केटेगरी के उम्मीदवारों को आयु सीमा में कितनी छूट मिलती है ?

ANS .अधिकतम 45 वर्ष

(2)बी.कॉम डिग्री वाले MPPSC एग्जाम दे सकते है क्या ?

ANS .हां दे सकते है ,

(3) MPPSC  में न्यूनतम आयु सीमा  में छूट  मिलती  है क्या ?

ANS- MPPSC  में न्यूनतम आयु 21 वर्ष है इसमें कोई छूट नहीं मिलती है ।

(4) MPPSC  में इंटरव्यू दिए बिना चयन ले सकते है क्या ?

ANS-MPPSC  में पास होने के लिए तीनो चरणों में शामिल होना जरुरी है ।

आपको इस पोस्ट से यह जानकारी मिल चुकी है की MPPSC Exam Eligibility And Age Limit क्या है , इस सम्बन्ध में आप आयोग की अधिकृत वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते है जो है https://mppsc.mp.gov.in

 

 

MPPSC Self Study or Coaching : स्ट्रेटेजी सफल होने की 2025-2026

MPPSC Self Study or Coaching : Amazing Strategy

 

MPPSC Self Study or Coaching : तैयारी के लिए  क्या सही है ?

 अधिकारी बनने का सपना सच करने के लिए हर साल हज़ारो उम्मीदवार MPPSC  की प्रतिष्ठित राज्य सेवा परीक्षा में शामिल होते है , लेकिन कई उम्मदवारो के  मन में शुरुवात में एक प्रश्न  बार बार आता है की ” MPPSC Self Study or Coaching ” तैयारी के लिए  क्या सही है ?  खास तौर से उन लोगों के मन में यह विचार जरूर आता है जो किसी दूरदराज  के एरिया  या गांव में रहते है , की हम कोचिंग किये बिना अधिकारी बन सकते है या नहीं ? सेल्फ स्टडी बेस्ट है या कोचिंग स्टडी ?

यहाँ  पर हम कोचिंग या  सेल्फ स्टडी दोनों की तुलना करेंगे , जानेंगे की MPPSC में सिलेक्शन के लिए क्या स्मार्ट स्ट्रेटेजी अपनायी जाये “MPPSC Self Study or Coaching”

Eligibility 

सबसे पहले हम MPPSC परीक्षा पैटर्न पर एक निगाह डालते है यह परीक्षा तीन चरणों में होती है ,

  • प्रीलिम्स ( प्रारंभिक परीक्षा ) – ऑब्जेक्टिव टाइप
  • मैन्स     ( मुख्य  परीक्षा )   – डिस्क्रिप्टिव  टाइप
  • इंटरव्यू  ( साक्षात्कार  )    – व्यक्तित्व परिक्षण

इन तीन स्टेप्स को पार करने के बाद ही MPPSC में चयन होता है , इन तीन चरणों की तैयारी करने की रणनीति  बनाना  जरुरी होता है इसलिए प्रश्न यही उठता है की तैयारी कैसे की जाये , यहां हम सेल्फ स्टडी और कोचिंग दोनों के बारे में स्टेप BY स्टेप  समझने की कोशिश करेंगे

SELF STUDY MPPSC Exam : Complete Information

इसका मतलब  है बिना कोई कोचिंग या गाइडेंस के पढ़ाई करना , स्टडी मटेरियल , टाइम टेबल बनाना और खुद के द्वारा पढ़ाई का मूल्याङ्कन करना शामिल है

 

सेल्फ स्टडी के फायदे 

  • खर्चा कम  –

कोई फीस वगैरह नहीं देना पड़ता और न ही पढ़ाई के लिए घर से बाहर जाना पड़ता ,

  • टाइम कण्ट्रोल

आपके हाथो में होता है  सेल्फ स्टडी में कब क्या पढ़ना, कहाँ से पढ़ना ये सब आप ही तय करते  हो  ,

  • डीप स्टडी

बाहर न जाने से समय की बचत जिससे पढ़ाई के लिए ज्यादा समय मिलता है आप बार बार रिविज़न कर सकते हो

सेल्फ स्टडी में चुनौतियां 

  • गाइडेंस की कमी

ऐसा हो सकता है की सही दिशा न मिल पाए और हम पढ़ाई में गलती कर बैठे

  • डाउट बने रहना

मार्गदर्शन न मिल पाने से डाउट क्लियर नहीं हो पाते  इसलिए हमेशा अंदरूनी कमी महसूस होती रहती रही

  • मोटिवेशन की कमी

पढ़ाई का माहौल न मिल पाने से बोरियत होने लगती है और कुछ समय बाद पढ़ाई से मन हटने लगता है ,अकेले रहने से आत्मविश्वास भी कम होने           लगताहै

  कोचिंग STUDY 

“MPPSC Self Study or Coaching” में अब हम कोचिंग के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे , कोचिंग संस्थान एक योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई करवाते है , मॉक टेस्ट , टेस्ट सीरीज , एक्सपर्ट गाइडेंस और सलाह देते है ,

कोचिंग स्टडी के फायदे 

  • सही दिशा

क्या और कैसे पढ़ना है ? इसके बारे में पता होता है

  • गाइडेंस

अनुभवी फेकल्टी का मार्गदर्शन मिलता है , समय समय पर पूर्व चयनित कैंडिडेट भी एक्सपीरियंस शेयर करते है

  • स्टडी मटेरियल

टेस्ट सीरीज और स्टडी मटेरियल यानि की पढ़ाई के लिए रेडीमेड मटेरियल मिलता है ,

  • मोटिवेशन

पढ़ाई का माहौल बना रहता है , हर उम्मीदवार सबसे बेस्ट करना चाहता है इससे कम्पटीशन बढ़ता है जिससे मोटिवेशन बना रहता है

कोचिंग जाने  में चुनौतियां 

  • खर्चीला

फीस स्टडी मटेरियल के पैसे , नोट्स पीडीऍफ़ , की फोटोकॉपी और प्रिंट

  • कॉमन स्टडी मटेरियल

सभी के लिए एक जैसा सिलेबस रहता है जिससे  नए   ASPIRENTS  को मौका नहीं मिलता 

  • अधिक  प्रतिस्पर्धी 

माहौल हो जाने से कभी कभी हीन हीन भावना  घर कर जाती  है 

तुलनात्मक मूल्यांकन 

पहलु                                                    सेल्फ स्टडी                                  कोचिंग

लागत                                                        कम                                        ज्यादा

समय                                                        ज्यादा                                      सीमित

गाइडेंस                                                     सीमित                                     प्रोफेशनल

डाउट्स                                                     सुलझाना मुश्किल                      आसान

स्टडी मटेरियल                                            सवयं के द्वारा चयनित                 संसथान द्वारा सिलेक्टेड

“MPPSC Self Study or Coaching” में सेल्फ स्टडी आपके लिए बेहतर विकल्प है कब ?

सेल्फ स्टडी फायदेमंद है 

  • आपके पास सही स्टडी मटेरियल और रणनीति है
  • आप पहले से किसी अन्य उच्च परीक्षा की तैयारी कर रहे है
  • आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर है
  • अपने डेली रूटीन का कड़ाई से पालन कर सकते है यानि की आपकी इच्छा शक्ति मजबूत है
  • आप ऑनलाइन मटेरियल को खोज सकते है जैसे की यूट्यूब , इंस्टाग्राम , पीडीऍफ़ से

“MPPSC Self Study or Coaching” में कोचिंग आपके लिए जरुरी है

कोचिंग आपके लिए फायदेमंद है 

  • आप फ्रेशर है और पहली बार MPPSC की एग्जाम दे रहे है
  • टाइम MANAGMENT नहीं कर पाते है
  • पढ़ाई का बेस पहले से कमजोर है
  • आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी है
  • आप जल्दी  सीखना चाहते है
  • PEER ग्रुप या मेंटर चाहते है

टेक्नोलॉजी के इस दौर में आप MPPSC  की तैयारी “MPPSC Self Study or Coaching”  इसका सलूशन हाइब्रिड मॉडल अपनाकर  कर सकते हैं ,

स्टडी का हाइब्रिड मॉडल

  • यूट्यूब पर ऑनलाइन क्लासेज अटेंड करें
  • प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थाओ की ऑनलाइन टेस्ट सीरीज ज्वाइन करें
  • ऑनलाइन नोट्स और पीडीऍफ़ की मदद  ले
  • TELEGRAM के स्टडी ग्रुप्स को फॉलो करें 
  • सेल्फ आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें

“MPPSC Self Study or Coaching” इस दुविधा से वही निकल सकता है जो अपनी जरुरत , समय , संसाधन , और मनोबल  के अनुरूप  निर्णय लेता है

यदि आप खुद को अनुशासित रख सकते है , सही मटेरियल और गाइडेंस तलाश  कर सकते है, तो सेल्फ स्टडी आपको  सफलता  दिला सकती है

और यदि आप शुरुवात कर रहे है  बहुत सारे डाउट्स है तो कुछ समय के लिए कोचिंग ज्वाइन कर मार्गदर्शन  लेना ज्यादा बेहतर होगा .

 

1 YEAR SMART STRATEGY FOR MPPSC EXAM : STUDY PLAN FOR FRESHERS

MPPSC STUDY PLAN FOR FRESHERS

“1 YEAR SMART STRATEGY FOR MPPSC EXAM : STUDY PLAN FOR FRESHERS”

MPPSC  राज्य की सबसे ज्यादा प्रतिष्ठित परीक्षाओ में से एक है ,  प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना लिए हज़ारो उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते है ,  लेकिन सफल वही होते है जो  स्मार्ट प्लानिंग बनाकर तैयारी करते है यदि आपके पास 1 साल का समय है और आप पहली बार इस परीक्षा को देने वाले है तो ये आपके लिए गोल्डन चांस है बस आपकी रणनीति सही होना चाहिए Eligibility

इस पोस्ट में हमने अपने  अनुभव के आधार पर एक STUDY PLAN FOR FRESHERS – ONE YEAR SMART STRATEGY बनाया है इस पोस्ट में हम आपको  बताएँगे की कैसे आप एक साल के समय को महीनो में बांटकर सफलता हासिल कर सकते है ।

तो  हम शुरू करते है

सबसे पहला और जरुरी  कदम है MPPSC EXAM को समझना , तभी हम अपने  “STUDY PLAN FOR FRESHERS – ONE YEAR SMART STRATEGY “को फॉलो कर पाएंगे

MPPSC EXAM तीन स्टेप में होती है

MPPSC Exam : Complete Information

(1) PRELIMS

(2) MAINS

(3) INTERVIEW

एक साल की हमारी तैयारी की इस रणनीति के तहत हमें ध्यान रखना है की –

(1) तीनो स्टेप्स की तैयारी हमें एक साथ करना है

(2) पढ़ाई में ध्यान रखना है की रिवीजन और आंसर राइटिंग , मॉक टेस्ट की भी अहम् भूमिका है

STEP – 1 (INITIAL LEVEL ) —  0 – 3 महीने

इसे प्रथम चरण या फाउंडेशन लेवल भी कह सकते है , इसमें हमें क्या क्या करना है ?

(1) सबसे पहले अपडेटेड और लेटेस्ट SYLLABUS को बारीकी से पढ़ना है जिससे हमें  पता  चलेगा  की क्या क्या सब्जेक्ट MPPSC ने नया जोड़ा है और क्या पुराना हटा दिया है

(2) इसके बाद हमें दिए गए सब्जेक्ट  से  पूछे गए क़्वेश्चन  को प्रीवियस इयर्स क़्वेश्चन पेपर्स (PYQP ) में देखना है की क्या प्रश्न FACTUAL  है या फिर एनालिसिस बेस्ड ,

(3) अब हमें सिलेबस से आगे बढ़कर पढ़ाई करना है तो शुरुवात NCERT और  MP BOARD की  किताबों  से  करना  है , हमारा बेस इन बुक्स से ही बनाना है , इसमें आपको क्लास 6-12 तक की किताबे पढ़ना है,

(4) मध्य प्रदेश के लोकल GK का बेस भी बनाना शुरू करना है ।

(5) C -SAT के लिए ज्यादा प्रयास न करें केवल 30 मिनट का समय पर्याप्त है

डेली रूटीन फॉर स्मार्ट स्टडी

DAILY ROUTINE FOR STUDY

अब हमें अपने  ‘STUDY PLAN FOR FRESHERS – ONE YEAR SMART STRATEGY “को फॉलो करने के लिए इस 3 महीने के समय अंतराल में डेली रूटीन क्या रखना है इस पर बात करते है , हमें प्रतिदिन 6 से 8 घंटे पढ़ना है,

6 – 7 AM  – समाचार पत्र पढ़े ताकि करेंट अफेयर्स स्ट्रांग हो

(1  घंटा )

7 – 9 AM – NCERT  पढ़े जिसमे इतिहास , पॉलिटी और दूसरे कोर सब्जेक्ट भी शामिल हो

( 2  घंटे )

10 – 12 AM  मध्य प्रदेश लोकल  (MPGK ) का अध्ययन करें

( 2 घंटे )

7 – 8 PM  C – SAT

( एक घंटा )

8.30 – 10.30 PM REVISION

( 2 घंटे )

STEP – 2 ( INTERMEDIATE LEVEL ) – 4 – 6  महीने

अब हम अपनी स्टडी के मध्य लेवल की बात करेंगे , इस लेवल  पर हमें अपने कोर सब्जेक्ट जैसे इकॉनमी , पॉलिटी , जियोग्राफी  की डीप स्टडी शुरू करना है और इन सब्जेक्ट्स पर अपनी पकड़ बनाना है ,

“STUDY PLAN FOR FRESHERS – ONE YEAR SMART STRATEGY “को फॉलो करने के लिए MAINS एग्जाम की तैयारी  भी शुरू करना है , अब हमें

(1) कोर सब्जेक्ट्स की स्टडी उन्हें एक दूसरे से CO RELATE करते  हुए  करना  है जैसे करंट अफेयर्स को इकोनॉमिक्स से , करंट की घटनाओ को  को जियोग्राफी से ,

(2) डेली करंट अफेयर्स के नोट्स बनाना शुरू करना है ,

(3) MPGK के  FACT  बेस्ड  नोट्स बनाना है ,

(4) मध्य प्रदेश के सामान्य ज्ञान (MPGK) पर आधारित टेस्ट सीरीज सॉल्व करना है

(5) हमें मुख्या परीक्षा  को भी फोकस करते हुए आंसर राइटिंग  प्रैक्टिस  करना है  100 – 150 शब्दों के साथ  ,

(6) आंसर राइटिंग में आपको I-B-C  MODEL( INTRODUCTION – BODY – CONCLUSION )  का प्रयोग करना है ,

अब प्रश्न आता है की आंसर WRITNG  का मूल्यांकन कैसे करें ? मुख्या परीक्षा के पैटर्न को कैसे समझे ? , इसके लिए हमें  TOPPRS की  कॉपियां देखना है और उससे सीखना है ।

अब आप चाहे तो अपना स्टडी टाइम अपने रूटीन के अनुसार चेंज कर सकतें  है ।

STEP – 3 ( PRE FOCUSED ) 7 – 9 महीने

इस लेवल तक आने के बाद आप अपने आप  को कॉफिडेंट महसूस करना शुरू कर देंगे , इस स्टेप में हम अब प्रीलिम्स पर फोकस करना शुरू करेंगे और अब हमें RIVISION फेज – 1 वाली  STRATEGY अपनाना  है ।

(1) PRELIMS के लिए OBJECTIVES की प्रैक्टिस शुरू करें

(2) टॉपिक वाइज मॉक टेस्ट शुरू करें

(3) प्रीलिम्स के OQP (OLD QUESTIONS PAPAER ) सॉल्व करें , प्रश्नो की प्रकृति समझ कर उनका एनालिसिस करें और पैटर्न समझे की प्रश्न किस  सब्जेक्ट से कितने पूछ जा रहे है और उनकी पूछने की स्टाइल क्या है ? फैक्ट बेस्ड है या एनालिटिकल

(4) NCERT का रिविज़न शुरू करें ,

(5) अपने कमजोर पक्ष जैसे ENVIRONMENT , SCIENCE , ACTS या जो भी आपको लगता है की कमजोर है उसे मजबूत करें ,

अब इस स्टेप में आपको एक्ट्स जैसे की SC/ST एक्ट, CONSUMER  प्रोटेक्शन एक्ट , मानव अधिकार आयोग , सुचना अधिकार एक्ट , इत्यादि को मजबूत करना है इसके लिए आपको ट्रिक का  इस्तेमाल   करना है ।

STEP – 4 ( FINAL REVISION ) 10 – 12 महीने

इस लेवल पर आपको ज्यादा से ज्यादा रिविज़न करना है और realtime  exam   की प्रैक्टिस करना है ,

(1) रोज एक फुल लेंथ प्रीलिम्स और सी सेट पेपर को सॉल्व करने की कोशिश करना है ,

(2) MAINS एग्जाम के लिए इम्पोर्टेन्ट  प्रश्नो को मार्क कर उनके आंसर समय सीमा में निर्धारित शब्दों में लिखने का अभ्यास करना है ,

अइस स्टेप में आने के बाद इंटरव्यू की भी तैयारी करना है इसके लिए आप सेल्फ इंट्रोडक्शन तैयार करें , और इंटरव्यू टिप्स को फॉलो करें ।

SPECIAL BONUS TIPS

MPPSC Exam : Complete Information

FOR STUDY PLAN FOR FRESHERS – ONE YEAR SMART STRATEGY

MPPSC EXAM के इंटरव्यू की तैयारी कैसे करे इसके लिए जरूर विजिट करे

टेस्ट सीरीज एंड मॉक टेस्ट

PRE के  लिए      –     (1) 6 माह  बाद  शुरू  कर  दे  (2) PAHLE  TOPIC  WISE  टेस्ट की प्रैक्टिस  करें (3) फिर   कुछ समय बाद फुल  LENGHTH  टेस्ट लगाएं  

MAINS के लिए –   (1)  राइटिंग की प्रैक्टिस स्टेप 2 के बाद शुरू करें (2) पहले  PYQP  प्रश्न  ले और उनके आंसर लिखें  (3) स्वयं  के अनुभव से  प्रश्न  बनाएं  और उनका आंसर लिखने का अभ्यास करें

 MAINS ANSWER WRITING TIPS

MAINS  EXAM ही  आपको  गेम  चेंजर  बनाती है  इसके लिए  

(1) आंसर राइटिंग  में I-B-C FORMAT का उपयोग  करें 

(2) INTRO में परिभाषा  या  कोट्स  शामिल  करें  जरुरत  के अनुसार  

(3) BODY में BULLET POINTS और FLOWCHART , DIAGRAM का इस्तेमाल  करें 

(4) CONCLUSION के पैराग्राफ  में समाधान  या सुझाव  दें  

यह  ध्यान रखें की हमारा लक्ष्य केवल MPPSC EXAM को क्लियर करना है न की सब्जेक्ट्स का स्पेशलिस्ट बनना इसलिए स्मार्ट स्टडी करना है

DONT DO THIS MISTAKES

(1) केवल  पढ़ाई  करते  जाना , उसका  मूल्याङ्कन करने के लिए टेस्ट प्रैक्टिस न करना

(2) एक साथ कई बुक्स पढ़ना

(3) सब्जेक्ट स्पेशलिस्ट बनने का प्रयास करना

(4) नोट्स बनाते जाना उनका रिविज़न न करना

(5) सिलेबस को समझे बिना स्टडी करना

(6) कंसिस्टेंसी न रखना

STUDY PLAN FOR FRESHERS – ONE YEAR SMART स्ट्रेटेजी को अगर आप फॉलो करते है तो निश्चित ही आप सफल हो सकते है क्युकी इस परीक्षा में सफलता का  आधार  केवल स्टडी नहीं बल्कि स्मार्ट स्ट्रेटेजी , टैलेंट , और  सबसे जरुरी कॉन्फिडेंस है ।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

“MPPSC FIRST ATTEMPT : 9 टिप्स “

MPPSC SELECTION IN FIRST ATTEMPT
MPPSC First Attempt Success
MPPSC First Attempt Success

“MPPSC में पहले प्रयास में सफलता पाने की गारंटी: 9 टिप्स “

MPPSC FIRST ATTEMPT SUCCESS TIPS 9

हर साल हजारो विद्यार्थी मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा में बैठते है , लेकिन उसमे कुछ ऐसे भी होते है जो पहले प्रयास में ही सफल हो जाते है, हर एक की भी यही इच्छा होती है की वो भी प्रथम प्रयास में ही सफल हो जाये , ऐसे विद्यार्थियों को ही ध्यान में रखते हुए हमने अपने 10 वर्षो के अनुभव के आधार पर एक मार्गदर्शक लेख लिखने का प्रयास किया है , तो क्या आप तैयार है प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए ?  ARE YOU READY FOR  MPPSC First Attempt Success ?

आप सही दिशा में तैयारी करें , रणनीति अपनाएं और मानसिक रूप से तैयार रहे , इस लेख में हम विस्तार   से जानेंगे  की इस परीक्षा को पहले प्रयास में कैसे पास किया जाए

(1) प्रथम प्रयास का महत्त्व समझे

पहले प्रयास का सबसे बड़ा फायदा यह होता है की आपके पास खोने के लिए कुछ नहीं  होता है , आप मानसिक रूप से मजबूत और ऊर्जावान होते हो
  • इस समय प्रेरणा यानि की MOTIVATION का स्तर ऊंचा होता है
  • आपकी APPROACH फ्रेश और डायनामिक होती है
  • समय की बर्बादी नहीं हुए होती है इसलिए हर दिन मायने रखता है

आपका  MPPSC FIRST ATTEMPT ही अंतिम प्रयास बन सकता है यदि आप इसे समर्पण और गंभीरता से ले ।

(2) सही समय पर तैयारी शुरू करें

MPPSC FIRST ATTEMPT   के लिए जितनी जल्दी तैयारी शुरू कर दे उतना बेहतर है , कई  सफल अभ्यर्थियों ने  ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष से ही तैयारी शुरू कर दी थी
  • तैयारी का आदर्श समय 1-1.5 साल पहले से शुरू होता है
  • रोजाना 4-6 घंटे की पढ़ाई पर्याप्त है अगर CONSISTENCY बनी रहे
  • शुरुवात में NCERT और MP स्पेसिफिक विषयों पर फोकस करें

(3) सिलेबस को अपना गाइड बनाएं

MPPSC  का सिलेबस आपका BLUEPRINT है जो आपको बताता है की क्या पढ़ना है और क्या नहीं पढ़ना है
  • हर टॉपिक को चेकलिस्ट की तरह मार्क करें
  • पढ़ाई करते समय हर जानकारी को सिलेबस से जोड़कर देखें
  • सिलेबस के अनुसार स्टडी ही SMART STUDY  की निशानी है

सिलेबस को इस तरह से ब्रेक करे की आपको हर टॉपिक बिलकुल क्लियर हो जाये

(4) SMART STRATEGY बनाएं

सिर्फ ज्यादा घंटे पढ़ना ही काफी  नहीं होता है बल्कि SYSTEMATIC (क्रमबद्ध ) यानि की एक टॉपिक  को दूसरे टॉपिक से जोड़कर पढ़ें
  • टाइम टेबल बनाएं , DAILY ,WEEKLY ,MONTHLY लक्ष्य तय करें
  • REVISION पर फोकस करें , जो  पढ़ा है उसे बार बार दोहराना जरुरी है
  • TARGET ORIENTED STUDY  करें ,हर  माह कुछ नया पढ़ने का प्रयास करें

समसमयिक विषयो का सिलेबस बड़ा होता है , इन विषयो को पढ़कर विचार निर्माण का प्रयास करें

(5) सही किताबों का चयन करें

ज्यादातर स्टूडेंट्स ढेर सारी किताबें इकठ्ठी कर लेते है जिससे स्टडी पर से ध्यान भटक जाता है और  MPPSC First Attempt सक्सेस से  दूर हो जाते है
  • सबसे पहले NCERT की किताबो से स्टडी शुरू करें और इसे ही अपना BASE बनाये
  • करंट AFFAIRS के लिए डेली NEWSPAPER  को प्रतिदिन एक घंटे का समय दे
  • MPGK के लिए उपकार ,अरिहंत, जैसे भरोसेमंद पब्लिकेशंस  की किताब पढ़े
  • C- SAT के लिए R S AGRAWAL  की रीजनिंग और मैथ्स की किताब पढ़ें

जो भी पढ़े उसे गहराई से समझकर पढ़ें

(6) टेस्ट सीरीज और मॉक टेस्ट

PRE और MAINS  दोनों के लिए टेस्ट सीरीज आपकी तैयारी  का महत्व पूर्ण भाग होता है
  • हर हफ्ते टेस्ट सीरीज सॉल्व करें
  • मेंस के लिए वीकली 4-6 आंसर राइटिंग का टारगेट रखें
  • टेस्ट के बाद अपनी कमियों को दूर करते हुए  इम्प्रूवमेंट का टारगेट रखें

टेस्ट सीरीज , मॉक टेस्ट आपको एग्जाम फीवर से बचाने का अचूक हथियार बन सकता है

(7) आंसर राइटिंग स्किल डेवलप करें

आपकी सफलता का दारोमदार MAINS एग्जाम पर होता है
  • उत्तर को शब्दों के अनुसार छोटे बड़े सभी तरीके से लिखने की प्रैक्टिस करें
  • डायग्राम , चार्ट और पॉइंट्स बनाकर लिखने की कोशिश करें
  • पुराने पेपर्स को साल्व करे

OLD QUESTIONS PAPER  को साल्व   करने से आपकी स्पीड और प्रेजेंटेशन दोनों में सुधार आएगा

(8) इंटरव्यू के लिए तैयारी करें

व्यक्तित्व परिक्षण का मकसद आपकी निर्णय लेने की क्षमता MPPSC Exam : Complete Information, हाजिर जवाबी और किसी मुद्दे पर आपकी सोचने समझने की क्षमता का परिक्षण किया जाता है
  • सेल्फ कॉन्फिडेंस और बॉडी लैंग्वेज , बोलचाल पर ध्यान दे
  • समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय बनाए
  • मॉक इंटरव्यू का अभ्यास करें

ये देखा जाता है की आपमें वो सारे गुण है की नहीं जो एक अधिकारी में होना चाहिए Eligibility

(9) मोटिवेशन और सेल्फ डिसिप्लिन

तैयारी के दौरान कई बार मन विचलित हो जाता है दुसरो की सफलता को देखकर हींन भावना आ जाती है
  • सोशल मीडिया से दुरी बनाएं
  • मोटिवेशनल थॉट्स READ करते रहे

सकारात्मक सोचने वाले लोगो के संगत में  रहे

MPPSC First Attempt Success केवल एक एग्जाम नहीं है बल्कि यह आपकी जीवन की दिशा बदलने वाला अवसर है , अगर आप सच में अपने पहले प्रयास को अंतिम प्रयास बनाना चाहते हो तो अभी से लग जाओ खुद पर विश्वास रखो, सबसे  जरुरी कभी हार मत मानो

 

10 TIPS FOR MPPSC FIRST ATTEMPT  SUCCESS

” 10 TIPS FOR MPPSC FIRST ATTEMPT  SUCCESS  “

MPPSC  एक ऐसी दुनिया है जिसमे पास होने का सपना हजारो नहीं लाखों  लोग  देखते है , लेकिन यह सवाल अक्सर पूछा जाता है की  क्या MPPSC में First Attempt में Selection  लिया  जा  सकता  ?  जवाब  है  – हाँ , बिलकुल लिया जा सकता है , लेकिन   इसके लिए केवल किताबे पड़ना ही काफी नहीं होता , जरुरत  होती है सही दिशा  की , समर्पण की और सबसे ज्यादा आत्मविश्वास की ।tips for selection in mppsc

FIRST ATTEMPT मतलब क्या होता है ? 

FIRST ATTEMPT  का मतलब है की आप पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरे  – बिना किसी फेलियर के बोझ के , यही  समय होता है जब आपके पास सबसे ज्यादा ऊर्जा  उत्साह और फ्रेशनेस होती है ।  मैंने अपने 10 वर्षो के अनुभव से  जो सीखा है उसके आधार पर सभी बिन्दुओ का समावेश करते हुए लिखे इस  लेख में हम जानेंगे की क्या  पहली  बार में MPPSC में सिलेक्शन लिया जा सकता है ?

(1) FIRST ATTEMPT की ताकत को समझे

MPPSC  First Attempt को सीरियसली लेना बहुत जरुरी है क्योंकि ,

  • आपके ऊपर प्रीवियस फेलियर का दवाब नहीं होता है
  • आपके मन में एक नया जोश होता है दुनिया को कुछ कर दिखने का
  • अभी तक आपके समय की कोई बर्बादी नहीं हुए होती है

tips for selection in mppsc जो लोग पहले प्रयास में सफल होते है उन सब में एक बात कॉमन होती है की वे शुरुवात से ही तैयारी को गंभीरता से लेते है ।

(2) तैयारी कब और कैसे शुरू करें

समयान्तः साल में एक बार  ही परीक्षा  का आयोजन  होता है इसलिए तैयारी का समय सीमित होता  है अगर आप कॉलेज में है तो   

 यही समय होता हे शुरुआत करने का 

  • ग्रैजुएशन की पढ़ाई के अंतिम साल से ही तैयारी शुरू कर दे
  • प्रारंभ से ही रोजाना 4-6 घण्टे पढ़ाई की आदत डाले

हर सब्जेक्ट को धीरे धीरे मास्टरी की तरह ले पढ़ाई  में क्वांटिटी से ज्यादा क्वालिटी पर ध्यान दे ,

(3) सिलेबस को अपना  हथियार बनाये    

syllabus ही आपका  road map  होना  चाहिए जो विद्यार्थी सिलेबस को  line by line  समझते है  वही सही दिशा में मेहनत कर पाते है ,

  • MPPSC  EXAM  के प्री  एवं  मेंस के सिलबस को प्रिंट करके स्टडी टेबल पर चिपका ले 
  • हर एक टॉपिक को चेकलिस्ट की तरह तैयार करे  

tips for selection in mppsc NCERT से लेकर स्टैण्डर्ड बुक्स तक हर बुक के कंटेंट को सिलेबस से लिंक करके पढ़े

(4) स्ट्रैटेजी स्मार्ट स्टडी V/S हार्ड स्टडी 

दिन रात किताबो  में डूबे रहना  सफलता की गारंटी नहीं होता बल्कि सही रणनीति के साथ की गई तैयारी ही आपको अंतिम चयन सूचि में स्थान दिला सकती है

  • टाइम टेबल बनाये , डेली  वीकली  और मंथली स्टडी और रिविज़न  प्लान बनाये ,
  • नया पढ़ने  से पहले पुराने का रिविज़न करे 
  • प्रैक्टिस को समय दे सिर्फ याद करने से ज्यादा बेहतर है उसे समझे

tips for selection in mppsc स्मार्ट स्टडी करें यहाँ स्मार्ट का मतलब है SMART

  1. SPECIFIC
  2. MEASURABLE
  3. ACHIEVABLE
  4. REALISTIC
  5. TIME BOUND GOALS

(5) सही  RESOURCE का  चुनाव  कैसे  करें ?

” TOO MANY BOOKS , LESS CLARITY ”   MPPSC EXAM  FIRST ATTEMPT  की तैयारी करते समय अधिकांश उम्मीदवार इस ट्रैप में फसे रहते है , आपको जरुरत है कुछ चुनिंदा और स्टैण्डर्ड किताबो की

  • MPGK  के लिए LUCENT या मध्यप्रदेश की कोई ऑथेंटिक गाइड पढ़े,
  • NCERT 6 से 12 क्लास तक की इतिहास, भूगोल, राज्यव्यवस्था , अर्थव्यवस्था को अपना बेस मजबूत करने के लिए जरूर पढ़े
  •  CURRENT अफेयर्स के लिए डेली  न्यूज़ पेपर जैसे दैनिक भास्कर , नई दुनिया ,पढ़े  इसके साथ साथ मासिक पत्रिकाएं जैसे प्रतियोगिता दर्पण  ,CRONICLE जैसी बुक्स का अध्ययन करना जरुरी है ।
  • C – SAT के लिए R. S. AGRAWAL ((S.CHAND PUBLICATION)
  • अरिहंत  या  उपकार प्रकाशन की कोई लॉजिकल रीजनिंग की किताबे पढ़ सकते है,

पढ़ाई करते समय यह नियम जरूर याद रखो  ” भले ही कम पढ़ाई करो लेकिन बार बार दोहराओ  ” 

(6) टेस्ट सीरीज और प्रैक्टिस का महत्त्व समझो

TEST सीरीज सॉल्व करने से कमजोरी पता चलती है और प्रैक्टिस से आत्मविश्वास आता है

  • प्रीलिम्स के लिए सप्ताह में एक बार फुल लेंथ टेस्ट लगाएं
  • MAINS एग्जाम के लिए हर दिन 1 या 2 आंसर लिखने की आदत डाले
  • TIME MANAGMENT सीखो , यानि की कोई भी सब्जेक्ट को कितने समय में कम्पलीट करना है
  • मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करो , इससे आपको अपनी तैयारी में क्या कमी है पता चलेगा , यही

नहीं बल्कि आप अपने आप को रियल एग्जाम के प्रेशर के लिए भी तैयार कर पाएंगे ।

(7) उत्तर लेखन और सही प्रस्तुतीकरण

MPPSC एग्जाम में सफलता का रास्ता आंसर राइटिंग की कला से ही होकर गुजरता है यह जरुरी है की आप लिखते कैसे  है ?

  • पॉइंट्स में आंसर लिखने की कोशिश करें
  • INTRODUCTION – BODY  – CONCLUSION  फॉर्मेट का इस्तेमाल करें
  • डायग्राम , फ्लोचार्ट  , के माध्यम से चीजों को समझाए
  • प्रैक्टिस के लिए खुद की एक उत्तर कॉपी बनाये और उसमे सुधार करते रहे
  • आंसर राइटिंग में समय  निर्धारित  कर लिखने की कोशिश करें जैसे की 10 मिनट में 150 शब्द लिखना है 

(8)  Interview और पर्सनालिटी टेस्ट की तैयारी

यहाँ इंटरव्यू केवल नॉलेज नहीं बल्कि पूरा पर्सनालिटी टेस्ट होता है

  • डेली न्यूज़ पढ़े और उसके आधार पर एनालिसिस करके  विचार बनाये
  • खुद से प्रश्न पूछे ” अगर मुझसे यह प्रश्न पूछा जाये तो में क्या आंसर दूंगा “
  • कॉन्फिडेंस बिल्ड  करने के लिए मिरर प्रैक्टिस करे या फिर दोस्तों के साथ मॉक इंटरव्यू की प्रेक्टिस करे
  • व्यक्तित्व विकास के साथ साथ कम्युनिनिकेशन स्किल पर भी ध्यान दे , कोशिश  करें की आप इंग्लिश में बातचीत करने में सहज हो यानि की आप को अंग्रेजी में बातचीत आती हो ।
  • इंटरव्यू में पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके मॉडल आंसर्स के लिए आप विजिट कर सकते  है  http://alltopinterviewquestions.com

tips for selection in mppsc आपका  व्यक्तित्व आपकी सोच आपकी ईमानदारी और समझ से बनता है ,

(9) मोटिवेशन और कंसिस्टेंसी बनाये रखें

MPPSC EXAM  FIRST ATTEMPT में नहीं निकल पाए तो हिम्मत न हारे , इस  यात्रा में ऐसे भी पल आते है जब निराशा  घर करने लगती है उस समय खुद को संभालना ज्यादा जरुरी होता है

  • सोशल मीडिया  से दुरी बनाने की कोशिश करे
  • सेल्फ डाउट आने पर याद करे की ” मै यह काम  क्यों करना चाहता हु “.
  • हर दी कुछ इंस्पिरेशनल QUEOTS पढ़े , कंसिस्टेंसी बनाये रखे CONSISTENCY का मतलब है हर दिन थोड़ा थोड़ा आगे बड़े

(10) SUCCESS  STORY से सीखे

TOPPERS की कहानिया पढ़े उनसे मोटिवेशन ले , उनकी बताई हुए ट्रिक्स तो समझे और यदि आपको लगता है की आप उसे अपना सकते है तो फॉलो करे । MPPSC एग्जाम में पहली बार में सफल होना मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं आपको  बस चाहिए

  • सही दिशा
  • द्रढ़ संकल्प
  • लगातार मेहनत

तो क्या आप तैयार है अपने पहले प्रयास को आखिरी प्रयास बनाने के लिए , याद  रखिये  सफलता एक दिन की संतान नहीं है लेकिन आप अगर थोड़ी थोड़ी मेहनत सही योजना बनाकर करेंगे तो एक दिन वो जरूर आता है जब आप कह सकते  है की ” मैंने MPPSC  एग्जाम पहले बार में ही पास की है ,

अगर यह पोस्ट अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के ससथ जरूर शेयर करे जो MPPSC EXAM  FIRST ATTEMPT में पास करने की इच्छा रखते है , यह भी बताये की उनकी तैयारी में क्या   परेशानियां  आ रही है , ताकि  हम उसके निराकरण के लिए उपयोगी सुझाव दे सकें।