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MPPSC Prelims and Mains के बीच क्या अंतर है ?
Diffrence in MPPSC Prelims and Mains जब पहली बार ये शब्द किसी ऐसे विद्यार्थी को सुनाई देता है जो नया है और civil service एग्जाम के बारे में नहीं जानता तो उसके मन मैं इसके बारे में प्रश्न जरूर उठता है की MPPSC Prelims and Mains एग्जाम में क्या अंतर है ?
उदाहरण देकर अगर इस सवाल का जवाब दिया जाये तो यह अंतर उस प्रकार ही होता है जैसे की क्रिकेट के खेल में T20 और टेस्ट मैच में होता है , यह की दोनों खेल क्रिकेट ही है लेकिन खेलने का तरीका , स्कोरिंग , रणनीति अलग अलग होती है , दोनों खेल योजना बनाकर खेले जाते है , ठीक उसी प्रकार MPPSC Prelims and Mains में भी कुछ ऐसा ही होता है ,
MPPSC EXAM प्लान
(1) PRE(SCREENING TEST EXAM) प्रारम्भिक परीक्षा
(2)MAINS(WRITTEN EXAM) मुख्य परीक्षा
(3)INTERVIEW(PERSONALITY TEST) साक्षात्कार
इस पोस्ट में हम PRE और MAINS की गहराई से तुलना करेंगे और जानेंगे की Diffrence in MPPSC Prelims and MAINS
MPPSC प्रीलिम्स एग्जाम क्या है ?
MPPSC एग्जाम का पहला चरण प्रीलिम्स एग्जाम होता है , यह एक स्क्रीनिंग परीक्षा होती है जिसका मकसद छटनी करना होता है , इसके माध्यम से मुख्य परीक्षा लिए योग्य उम्मदवारो का चयन किया जाता है , प्रीलिम्स एग्जाम ऑब्जेक्टिव टाइप की होती है इसमें नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है ,
प्रीलिम्स एग्जाम स्ट्रक्चर
पेपर – 1 सामान्य अध्ययन – 100 प्रश्न 200 अंक( समय 2 घंटे )
पेपर – 2 सामान्य अभिरूचि परिक्षण – 100 प्रश्न 200 अंक ( समय 2 घंटे )
इसमें पेपर- 2 जिसे CSAT भी कहते है केवल क्वालीफाइंग होता है जिसमे केवल न्यूनतम नंबर प्राप्त करना होता है , यहाँ यह बात ध्यान देने योग्य है की प्रीलिम्स एग्जाम के नंबर परीक्षा की अन्तिम चयन सूची मे नही जुड़ते , यानि की मेरिट लिस्ट बनाते समय प्रीलिम्स के नंबर नहीं जोड़े जाते है ,
MPPSC मेंस एग्जाम क्या है ?
MPPSC की दूसर चरण की परीक्षा होती है जो लिखित रूप में यानि की डिस्क्रिप्टिव होती है , इस परीक्ष में प्रश्नो के उत्तर विस्तृत रूप में लिखना होता है यह महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इस परीक्षा के नंबर ही निर्धारित करते है की आप का चयन होगा की नहीं , मुख्य परीक्षा के अंकों को इंटरव्यू के अंकों के साथ जोड़कर अंतिम चयन सूचि बनाई जाती है , मुख्य परीक्षा उम्मीदवार के ज्ञान के साथ साथ सोचने समझने की , तर्क करने की और उत्तर लेखन या प्रस्तुतीकरण की कला की जांच करने का माध्यम होती है
मुख्य परीक्षा में 6 पेपर होते है
पेपर – 1 सामान्य अध्ययन
पेपर – 2 सामान्य अध्ययन
पेपर – 3 सामान्य अध्ययन
पेपर – 4 सामान्य अध्ययन
पेपर – 5 हिंदी भाषा
पेपर – निबंध लेखन
उम्मीदवार जो इस परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर अधिकारी बनना चाहता है अगर वह केवल PRELIMS की पढ़ाई करता रहे यह सोचकर की प्रीलिम्स में पास होने के बाद MAINS एग्जाम की तैयारी शुरू करेगा तो वह बहुत बड़ी गलती कर रहा है क्यूंकि मुख्य परीक्षा का सिलेबस बहुत विस्तृत होता है जिसको कम्पलीट करने में समय लगता है और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस कर उत्तर लेखन की कला भी सीखनी जरुरी होता है , इस परीक्षा में प्रेजेंटेशन और स्ट्रक्चर मायने रखता है ,
प्रीलिम्स और मेंस दोनों की तैयारी अलग अलग कैसे करें
PRELIMS
- डेली करेंट अफेयर्स पढ़े
- मध्य प्रदेश लोकल GK की तैयारी भी करते रहे
- NCERT किताबें साथ ही लुसेंट भी गहराई से पढ़े
- ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नो का अभ्यास करते रहे इसमें पूर्व वर्षों के क्वेश्चन पेपर भी शामिल करें ,
- टेस्ट सीरीज की प्रेक्टिस करें
- फैक्ट बेस्ड स्टडी पर फोकस करें
इन सबसे ज्यादा टाइम MANAGMENT और रिवीज़न पर भी ध्यान दें ,
MAINS
- प्रतिदिन आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें
- अपने आंसर में उदाहरण दें , जो समकालीन हो
- उत्तर में तथ्य और रिपोर्ट का उल्लेख करें
- उत्तर उदाहरणों से समृद्ध हो
- CONCEPT क्लेरिटी पर ध्यान दें
- नीतिशास्त्र और निबंध लेखन को भी समसामयिक उदारणो से समझाएं
अगर आप अभी शुरुवाती दौर में है तो NCERT बुक्स से अपना बेस मजबूत करें चाहे प्रीलिम्स हो या फिर मेंस दोनों के लिए NCERT पढ़ना जरुरी है ,
दोनों एग्जाम में बैलेंस कैसे बनाएं
MPPSC एग्जाम के दोनों चरणों का अपना महत्त्व है , अगर आपको अधिकारी बनना है तो प्रीलिम्स और मेंस रूपी दरवाजे से गुजरना ही पड़ेगा , मेंस एग्जाम की तैयारी प्रीलिम्स के भी पहले शुरू करना होता है , कई चयनित उम्मीदवारों ने अपने इंटरव्यू में बताया है की उन्होंने प्रीलिम्स से पहले मेंस की तैयारी की थी यही नहीं प्रीलिम्स से पहले ही आंसर राइटिंग स्किल भी सीख ली थी ,
इसलिए अगर आप प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते है तो जरुरत है सही प्लानिंग की और उसके क्रियान्वन की , इसलिए शुरू से ही बैलेंस रखते हुए पढ़ाई करें , डरने की नहीं समझदारी से तैयारी करने की जरुरत है ,
FAQ
(1) क्या प्रीलिम्स के नंबर मेरिट लिस्ट में जड़ते हैं ?
उत्तर – मेरिट लिस्ट मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के नंबर जोड़कर बनाई जाती हैं ।
(2) क्या एक बार पास होने पर दोबारा प्रीलिम्स नहीं देना होता ?
उत्तर – सिलेक्शन नहीं हुआ तो हर बार मेंस से पहले प्रीलिम्स एग्जाम देना होता हैं ।
(3) क्या प्रीलिम्स इंग्लिश में और मेंस एग्जाम हिंदी में दी जा सकती हैं ?
उत्तर – प्रीलिम्स एग्जाम का पेपर ऑब्जेक्टिव टाइप होता हैं और दोनों भाषा हिंदी और इंग्लिश में छापा होता हैं जिसमे केवल सही आंसर के लिए गोले को भरना होता हैं वही मेंस के लिए आप किसी भी भाषा का चयन कर सकते हैं ।
अगर आप MPPSC एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो हमारी सलाह हैं की आप प्रीलिम्स और मेंस दोनों को दो परीक्षा समझे हांलाकि दोनों का लक्ष्य एक ही हैं दोनों का लक्ष्य प्रशासनिक अधिकारी बनाना हैं लेकिन पैटर्न अलग अलग हैं , इस सफर में हर दिन एक सीढ़ी की तरह हैं जो शुरुवात में छोटा लगता हैं लेकिन परिणाम बड़ा देता हैं ,
“MPPSC Exam : Complete Information, Eligibility, Syllabus and टिप्स 2025-2026”
MAIN DIFFRENCE IN MPPSC PRELIMS AND MAINS
परीक्षा का प्रकार
प्रीलिम्स – ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQ)
उद्देश्य – स्क्रीनिंग करना या छटनी करना
पेपर – सामान्य अध्ययन +अभिरुचि परिक्षण (CSAT)
उत्तरशैली – टिकमार्क
समय – 4 घंटे ( पेपर -1, समय 2 घंटा , पेपर -2 , समय 2 घंटा )
अंक – क्वालीफाइंग
सिलेबस – FACTUAL , जनरल फोकस्ड
मैन्स – लिखित (DESCRIPTIVE)
उद्देश्य – मेरिट लिस्ट बनाना
पेपर – 6 पेपर ( सामान्य अध्ययन , हिंदी , निबंध )
उत्तरशैली – स्ट्रक्चर्ड
समय – 9 पेपर (3 घंटे , 2 घंटे )
सिलेबस – विषय आधारित
आशा हैं की इस पोस्ट के माध्यम से आप Diffrence in MPPSC Prelims and Mains समझ चुके होंगे , अपने दोस्तों के साथ इस इस पोस्ट को शेयर करें और कमेंट कर बताएं की आप कौन से अधिकारी बनने का सपना देख रहे हैं । इस विषय पर और ज्यादा जानकारी चाहिए तो विजिट करें हमारी पोस्ट https://mppscexam.com/mppsc-अगर मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग की वेबसाइट विजिट करना चाहते है तो लिंक है https://mppsc.mp.gov.in